टूटी चेन
क्या तुम्हें याद होगा की कोई इतना तुम्हें चाहता है
दिन रात जागते सोते बस ख्वाब तुम्हारे देखता है
बैठे होते जब संग दोनों सब बात हमारी करते थे
जोड़ी कितनी अच्छी है वे हमें देखकर कहते थे
न तुम कुछ कहती थी तब मैं भी चुप रह जाता था
मन ही मन इन बातों से मन मयूर खिल जाता था
मैं तुमसे कुछ कह न सका हिम्मत नहीं जुटा पाया
तुम मेरे लिए फरिश्ता थी रिश्ता कोई न रख पाया
वो दिन आया जब तुम शहर छोड़ कर जाने लगी
गाडी तुम्हारी धीरे धीरे बड़ी सड़क तक जाने लगी
तुमको शायद पता नहीं है मैं मिलने तुमसे आया था
साइकिल की चेन टूट गयी थी मैं पंहुच न पाया था
एक अरसा हुआ उन बातों को जाने तुम कैसी होगी
भूल गयी होगी मुझको या फिर इंतज़ार करती होगी
आज भी मैंने टूटी चेन वो गाड़ी में रख रखी है
जान सको तुम मैंने एक दुनिया संभाल कर रखी है
पीला सूट
पीला सूट पहनकर निकली
तुमने गज़ब ये क्या ढा दिया
फौजी आया था शहर घूमने
तुमने तो उसे फंसा दिया
कैंप से बाहर फौजी अपना
बिना बताये आया था
देखा तुम्हें तो मन डोला
फिर पीछे तुम्हारे आया था
तुम तो उसको मिली नहीं
बेचारा कैंप में फंस गया
सजा मिली एक हफ्ते की
पिट्ठू लेकर अब घूम रहा
इस बार जो फौजी आये तो
मेहरबानी एक करना तुम
या तो उससे मिल लेना या
न पीला सूट पहनना तुम
ग्यानी ध्यानी
सोशल मीडिया पर देश में कितने ज्ञानी हैं
कितने परोपकारी और कितने ध्यानी हैं
गागर में सागर भर ज्ञान रोज दे जाते हैं
इतने दयावान फूटी कौड़ी नहीं कमाते हैं
सच पुछो उनके दर्शन की टिकट लगनी चाहिये
दुनिया भर में फैले एक किताब छपनी चाहिए
टिकट लगनी चाहिये किताब छपनी चाहिए
टिकट लगनी चाहिये किताब छपनी चाहिए
लंबी लंबी फेंकने पर हर शख्स आमदा है
ज्ञान की उल्टी कहीं भी कभी भी कर जाता है
लपेटो या साफ़ करो उनका क्या जाता है
ज्ञानियों की एकसाथ महफिल लगनी चाहिए
टिकट लगनी चाहिये किताब छपनी चाहिए
किताब ना छप सके तो टीवी पर आ जाएं
रेडियो पर आ जाएँ या अखबार बंटवाएं
मुफ्त के ज्ञान पर लगाम कसनी चाहिए
टिकट लगनी चाहिये किताब छपनी चाहिए
सोशल मीडिया पर देश में कितने ज्ञानी हैं
जितने परोपकारी और जितने ध्यानी हैं
मुफ्त के इनके ज्ञान पर टिकट लगनी चाहिए
टिकट लगनी चाहिये किताब छपनी चाहिए
टिकट लगनी चाहिये किताब छपनी चाहिए
टिकट लगनी चाहिये किताब छपनी चाहिए
दिलवाले ने
कचरे वाले ने अहा!
कुड़े वाले ने ऐसा जादू डाला
धो डाला मन का प्याला
घर से कुड़ा कचरा थैली वैली साथ ले गया
कचरे वाले ने ऐसा जादू डाला
धो डाला मन का प्याला
घर से कुड़ा कचरा थैली वैली साथ ले गया
मैं तो सोई थी मुआ नींद से जगा गया
सपने में था हकीकत में मिलने आ गया
रोज़ मिलने का मुझसे वादा साथ ले गया
ले के अंगड़ाई मैं बाहर आई
हाथ छुआकर मुझसे ले कचरा वो ले गया
कचरे वाले ने ऐसा जादू डाला
धो डाला मन का प्याला
घर से कुड़ा कचरा थैली वैली साथ ले गया
फिल्मों में होता है ज्यों गाना मुझे सुनाता है
कैलाश खेर से वो तो प्यारी धुन बजवाता है
स्वच्छता की ज्योत लेकर घर घर जाता है
मतवाले ने
ऍमसीडी द्वार लाकर दिल विल साथ ले गया
कचरे वाले ने ऐसा जादू डाला
धो डाला मन का प्याला
घर से कुड़ा कचरा थैली वैली साथ ले गया
आदमी मेहनत से कमाई कर के लाता है
किसी को देने से कुछ मन दुखी हो जाता है
कचरा दे दो तो मन कितना हल्का हो जाता है
दिलवाले ने
कचरा मुफ्त में लेकर दुआ वुआ साथ ले गया
कचरे वाले ने अहा!
कुड़े वाले ने ऐसा जादू डाला
धो डाला मन का प्याला
घर से कुड़ा कचरा थैली वैली साथ ले गया
पिंजरे में टाइगर
मैं फोजी अफसर
जब से हुआ रिटायर
रहता हूं अकेला
मेरी कमान है बेसर
मैं फोजी अफसर
मैंने सबको सावधान
विश्राम करवाया
पीछे मुड़ परेड में
तेज़ चलवाया
तब से अकेला हूँ
कोई करीब नहीं आया
मैंने किसी को कभी
मुंह नहीं लगाया
ब्लडी बग्गर्स !
आई डोंट केयर
मैं फोजी अफसर
जब से हुआ रिटायर
रहता हूं अकेला
सबकी पेंशन पर नजर
मैं फोजी अफसर
सिविलियन्स से
मेरी ताल नहीं मिलती
घर पर भी वही हैं
मेरी दाल नहीं गलती
माय ओनली सन
सेटल्ड है युएस में
रेअरली वी कम्यूनिकेट
आपस में
माय फुट !
आई डोंट केयर
मैं फोजी अफसर
जब से हुआ रिटायर
रहता हूं अकेला
रखता सबको ठेंगे पर
मैं फोजी अफसर
फौज ने मुझको
अलग माहौल दिया है
गाड़ी बंगला इज़्ज़त
सब अव्वल दिया है
लॉ एंड आर्डर का
कहाँ नामो निशान है
डिसिप्लिन किस
चिड़िया का नाम है
ब्लडी रास्कल्स
यू सी एवेरीव्हेर
मैं फोजी अफसर
जब से हुआ रिटायर
रहता हूं अकेला
नहीं सोच मेरे लेवल पर
मैं फोजी अफसर
टूट जाएगा मगर
मैं झुकेगा नहीं साला
मर जाएगा शेर
घास नहीं खाता साला
तुमको आती नहीं
मेरी जाती नहीं अकड़
मैं फोजी अफसर
जब से हुआ रिटायर
रहता हूं अकेला
जैसे पिंजरे में टाइगर
मैं फोजी अफसर
A GIRL ANONYMOUS
I LOVE MY COLLEGE SO VERY MUCH
A GIRL IN MY CLASS NAME
ANONYMOUS
SHE IS BEAUTIFUL, CHARMING, SHY BUY CUTE
AGE TWENTY ONE PLUS
A GIRL IN MY CLASS NAME IS ANONYMOUS
VERONICA VERONICA VERONICA
THE GIRL NEXT TO YOU
IS MY CRUSH
HER IQ IS SO TRAGIC HAS NO LOGIC
EVERYONE SAYS BOSS
I AM FED UP
A GIRL IN MY CLASS NAME IS ANONYMOUS
VERONICA VERONICA VERONICA
THE GIRL NEXT TO YOU
IS MY CRUSH
SHE’S ANNOYING, IRRITATING, INFURIATING,
HER DOUBTS SOUND
HILARIOUS
A GIRL IN MY CLASS NAME IS ANONYMOUS
VERONICA VERONICA VERONICA
THE GIRL NEXT TO YOU
IS MY CRUSH
I LOOK HER LIKE HER WANT TO PROPOSE TO HER
SHE TOO HAVE
SOMETHING I GUESS
A GIRL IN MY CLASS NAME IS ANONYMOUS
VERONICA VERONICA VERONICA
THE GIRL NEXT TO YOU
IS MY CRUSH
SHE DON’T KNOW BUT PRETTY SURE
I HUNT FOR TO BE CLOSE
TO HER JUST
A GIRL IN MY CLASS NAME IS ANONYMOUS
VERONICA VERONICA
THE GIRL NEXT TO YOU
IS MY CRUSH
I LOVE MY COLLEGE SO VERY MUCH
A GIRL IN MY CLASS NAME
ANONYMOUS
VERONICA VERONICA
THE GIRL NEXT TO YOU
IS MY CRUSH
कर्मवीर
अपने शर्माजी थे नंबर एक पियक्कड़
बॉडी थी सूखी हड्डियों में थी अकड़
यहाँ वहां कहीं भी पीकर लुढ़क जाते
घरवाले उनको फिर खचेड़ ले आते
लुढ़कते जब वो बोतलें लुढ़क जातीं
नाचती रहती कोई कोई टूट जाती
एक रोज़ यारो अनहोनी सी हो गयी
लुढ़के शर्माजी और डेथ हो गई
खबर से दुःख की लहर दौड़ गयी
मयखाने में डबल लाइन लग गयी
बोतलें दुखी और सब तन्हा हो गयीं
कबाड़ी के शौक का सामां हो गयीं
एक मुंहलगी थी बोली बड़े अच्छे थे
पत्नी से ज़्यादा वो मेरे संग रहते थे
पीते थे जब सबको लुढ़का देते थे
मेरी तो बहन बस रेल बना देते थे
क्या बताऊँ कलेजा मुंह को आता है
एक पेग लुंगी मुझको रोना आता है
चूड़ी तोड़ लेती मैं इतनी सगी थी
शर्मा जी निकल गए मैं न लड़ी थी
ऐसा प्यार था तो अब क्या करोगी
कब तक यों मुंह लटकाये रहोगी
अपने काम से कभी दग़ा न करुँगी
शर्मा गया है अब गुप्ता को धरूंगी
नशा है शराब कहे नाचती बोतल
वर्ना यूँ ही क्यों लुढक जाती बोतल
कोरे चारजामा
जितने पाँव पसारेगा तू
उतना ही पछतायेगा
इतनी बस औकात तेरी
खाट में सिमट जाएगा
जिस रोज़ बुलावा आएगा
एक मटकी में आ जायेगा
फिर संग मटकी के प्यारे
तू मिट्टी में मिल जाएगा
हल्का होकर चल बन्दे
सर पर बोझ क्यों ढोता है
दुनिया की इस चकाचौंध में
अपना आप क्यों खोता है
तुझसे पहले दुनिया में
शाहे कलंदर आये थे
जुल्मो सितम से दुनिया
जीती फूले नहीं समायें थे
वक़्त आखिरी पछताए
कुछ साथ न लेने पाए थे
हल्का होकर चल बन्दे
सर पर बोझ क्यों ढोता है
दुनिया की इस चकाचौंध में
अपना आप क्यों खोता है
मिडिल क्लास
हेलो लिसेन … ……अरे सुनो तो
एक बार सुन लो जो में कहता हूँ
मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
मुझे सिखलाया है माता पिता ने
चुप रहना बड़ों से कुछ न कहना
जुबान चलाना बड़ों से पाप है न
इसलिए मैं चुपचाप चल देता हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
लड़ाई झगड़े से अक्सर दूर रहता हूँ
भीड़ कहीं लगने लगे निकल लेता हूँ
दिल सीने के अंदर कचोटता तो है
कौन पचड़े में पड़े खुद से कह लेता हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
स्कुल में अच्छा बच्चा बन कर रहा
कॉलेज तक गया कभी टॉप नहीं किया
सवालों से में बचकर निकल लेता हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
ऐसा नहीं है कि मुझे गुस्सा नहीं आता
खून नहीं खोलता नहीं खोता मैं आपा
भोलेशंकर के जैसे ज़हर पी लेता हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
मैं आम होता तो सडक पर आ जाता
आगजनी करता धरने पर बैठ जाता
टैक्स देता हूँ इसलिए चुप्पी साध लेता हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
खुदा न ख्वास्ता कभी मारपीट हो जाए
हाथ जोड़ लेता हूँ कि झगड़ा टल जाए
अपने गुरुर को मैं यूँ थपकी दे लेता हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
तुम पाओगे मुझे हर जगह डरा सहमा
परिवार के लिए सदा चिंतित होते रहना
हाँ मैं डरता हूँ, डर डर कर जी लेता हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
हादसा कोई गुज़र भी जाए आस पास
धुंआ जब तक न रोकने लगे मेरी सांस
कबूतर की तरह आँख बंद कर लेता हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
मेरा ज़िक्र नहीं मिलेगा सरकारों में
होती हैं गिनती सिर्फ करदाताओं में
खीज सिस्टम के माथे मढ़ देता हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
मैं न तो मैं ऊपर ही हूँ न सुपर हूँ
बस खुश हूँ कि किसी से ऊपर हूँ
यह सोचकर दिल हल्का कर लेता हूँ
कुछ नहीं कहता सब सह लेता हूँ
तुम आ जाओ
तेरी फुर्सत से सराबोर होने लगे हैं
इतने तन्हा हैं कि बोर होने लगे हैं
जब से गए हो तुम हमें छोड़ कर
मिज़ाज़ से कमज़ोर होने लगे हैं
इतने तन्हा हैं कि बोर होने लगे हैं
पिक्चरें सब हमने देख डाली
ओ टी टी हमने चाट डाली
इतने ओवर हो गए हम कि
सीरियल किलर हो गए हम
नेटफ्लिक्स आगे भागता है
सोनी टीवी अब डरता है
हॉटस्टार कुछ हॉट नहीं
ज़ी फाइव भी स्मार्ट नहीं
एक एक के कई दौर होने लगे हैं
इतने तन्हा हैं कि बोर होने लगे हैं
प्याज़ हमसे कटती नहीं है
दाल अपनी गलती नहीं है
आटा रह जाता है गीला
सब्जी का रंग नहीं पीला
झाड़ू खटका बर्तन पोछा
हर काम का पड़ा है लोचा
रोटी बनानी हमें आती नहीं
कामवाली मुंह लगाती नहीं
सुनी आखें लिए चकोर होने लगे हैं
इतने तन्हा हैं कि बोर होने लगे हैं
डॉगी को घुमाने ले जाते हैं
मुह उठाकर वापस आ जाते हैं
पड़ोसन भी बुलाती नहीं है
बच्चों को लेने वो आती नहीं है
तुम आओ तो मजा आ जाए
तनहा दिल को सुकून आ जाए
रोज़ थोड़ी हो खिटपिट झिक झिक
कितनी जंचती है तुम पर लिस्टिक
कटी पतंग की डोर होने लगे हैं
इतने तन्हा हैं कि बोर होने लगे हैं
तेरी फुर्सत से सराबोर होने लगे हैं
इतने तन्हा हैं कि बोर होने लगे हैं