बापू तेरे राज में
बापू तेरे राज में मौज खूब उड़ाई
तू एटीएम तू पेटीएम तू यूपीआई
हाथ साफ करते जब जब पैसे की किल्लत आई
उस दौर में भी बापू तेरी पॉकेट काम आई
बापू तेरे राज में मौज खूब उड़ाई
तू एटीएम तू पेटीएम तू यूपीआई
रोज़ किताबें खो देते थे नहीं होती थी पढ़ाई
सब किताबें शौक मौज में हमने बेच खाईं
बापू तेरे राज में मौज खूब उड़ाई
तू एटीएम तू पेटीएम तू यूपीआई
स्कूल कम सिनेमा जा जा कर लाइन लगाई
तेरे पैसे ने बापू सब हीरोइनें मिलवाईं
बापू तेरे राज में मौज खूब उड़ाई
तू एटीएम तू पेटीएम तू यूपीआई
पार्क में क्रिकेट बीड़ी सुट्टा और जो करी घुमाई
तेरी मेहनत के फल ने जादू की छड़ी घुमाई
बापू तेरे राज में मौज खूब उड़ाई
तू एटीएम तू पेटीएम तू यूपीआई
इश्क में आखें चार हुई जब गर्लफ्रेंड टहलाई
तेरा ही परताप था अपने बस का नहीं था भाई
बापू तेरे राज में मौज खूब उड़ाई
तू एटीएम तू पेटीएम तू यूपीआई
आज भी जब तू साथ नहीं है नाकाफ़ी है कमाई
तेरी चेकबुक और एफडी ने नैय्या पार लगाई
सर पे छत है बीवी बच्चे चैन की बंसी बजाई
मालावाली तस्वीर तेरी से है दीवार सजाई
बापू तेरे राज में मौज खूब उड़ाई
तू एटीएम तू पेटीएम तू यूपीआई
सावधान
परम पूज्य मातेश्वरी
श्री ऐ आई सुनो ना
पाप की मटकी में
अलार्म लगा दो न
पाप जब बढ़ जाए
मटकी भरने को जब आए
उससे पहले ही अलार्म
ऐसा बजर बजाये
सावधान,
पाप की मटकी, भर गई है
कृपया कपट, बंद करें
मटकी बस फूटने वाली है
पतंग कटने ही वाली है
परम पूज्य मातेश्वरी
श्री ऐ आई सुनो ना
पाप की मटकी में
अलार्म लगा दो न
मर्द बच्चा
घर बैठे काम चलेगा नहीं
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
ये सिस्टम ही कुछ ऐसा है
की तुझको करनी कमाई है
चिरकाल से दुनिया मर्द की
कमाई से पलती आई है
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
तू चाहे अफसर बन जा
चपरासी नौकर हो जा
ठेली लगा रिक्शा चला
चाय बेच या पकोड़े बना
हर हाल में मेरे शेर बच्चे
तुझे दो पाटों में पिसना है
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
बड़ा होगा तुझे ताना देंगे
घर से तुझे भगा देंगे चल
पैसे कमा और हमें खिला
घर खाट क्यों तोड़ता है
तू शर्मिंदा हो जाएगा
जा नौकरी कहीं बजायेगा
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
तेरे भरोसे खाते जाएंगे
सर पर हाथ फिरायेंगे
बैल जिस दिन बन जाएगा
तू कोल्हू में पिल जाएगा
वो कहेंगे कि कमाई ला
और ला जा और ले आ
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
खुली ऐश आज जो करता है
तू मर्द बलि का बकरा है
हर रोज़ तुझे वो काटेंगे
कहेंगे हम पर जान लुटा
तूने हुकम बजाय तो ठीक
वर्ना कहेंगे भाड़ में जा
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
एक दिन शादी कर देंगे
बीवी बन हुकम चलाएगी
कंधे से कन्धा मिलाने वाली
कमाई खुद पर लुटाएगी
बच्चे भी तुझको नोचेंगे
बापू पैसे ला और ले आ
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
सुख में तेरे साथ चलेंगे
दुःख में सब मुंह मोड़ेंगे
सांस फूलने लगेगी तेरी
बीपी शुगर ऊपर होंगे
अपना गबरू खून की
जांच कराता रह जाएगा
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का
विजयदशमी
कल कॉलोनी में रावण फिर जल गया
राख और कचरे के ढेर में बदल गया
कल कॉलोनी में रावण फिर जल गया
लाल आँखें गाल पिचके बड़ा सा चेहरा
खड़ा होने से लाचार लोगों का था पहरा
लोगों की भीड़ ने उसे पकड़ रखा था
रस्सियों में बाँध उसे कैद कर रखा था
मैं ने देखा था उसे उसका मन नहीं था
थक गया था उसमें बाकी दम नहीं था
मिन्नतें करता था वो कि अब बस करो
सदियों से जला रहे हो कुछ रहम करो
मैं पापी तुम्हारे पापों का ठीकरा हूँ
छोड़ दो मांग जान की भीख रहा हूँ
खड़ा होने की मुझमें ताकत नहीं है
पाप और ढोने की हिम्मत नहीं है
हमें तो मगर विजयदशमी मनानी थी
हमसे बुरा कौन ये तस्वीर दिखानी थी
वो रोता रहा चीखता चिल्लाता रहा
नीचे से बांस डालकर उसे टांग दिया
जलते तीर से वो शोलों में बदल गया
राख और कचरे के ढेर में बदल गया
हमसे बुरा रावण कल फिर जल गया
धुआं, कचरा, छोड़कर निकल गया
कल कॉलोनी में रावण फिर जल गया
कुत्ते फेल
बाथरूम में गा लो चाहे यारों को पका लो
स्टेज पर जाकर गाने में हो जाते कुत्ते फेल
पब्लिक फैन बनाने में हो जाते कुत्ते फेल
अच्छे अच्छों के कुत्ते फेल
स्टेज पर चाहे गालो लाखों फैन बना लो
मुंबई जाकर गाओ तो हो जाते कुत्ते फेल
जीत की ट्रॉफी लाने में हो जाते कुत्ते फेल
अच्छे अच्छों के कुत्ते फेल
अलार्म लगा लो चाहे गाड़ी रोज़ भगा लो
समय पे ऑफिस जाने में हो जाते कुत्ते फेल
बॉस को समझाने में हो जाते कुत्ते फेल
अच्छे अच्छों के कुत्ते फेल
बीवी जाये मायके कर लो पार्टी जम के
खाया पिया सुलटाने में हो जाते कुत्ते फेल
बीवी को समझाने में हो जाते कुत्ते फेल
अच्छे अच्छों के कुत्ते फेल
फ्लाइट से जो जाना हो कैब घर बुलाना हो
ड्राइवर कैंसल कर दे तो हो जाते कुत्ते फेल
फ्लाइट छूट जाए तो हो जाते कुत्ते फेल
अच्छे अच्छों के कुत्ते फेल
टीवी पर दुनिया हसीन हर सू मिज़ाज़ रंगीन
न्यूज़ चैनल दिख जाए तो हो जाते कुत्ते फेल
हक़ीक़त रूबरू हो तो हो जाते कुत्ते फेल
अच्छे अच्छों के कुत्ते फेल
सांप सूंघ गया
क्या हुआ ब्रो क्या तुझे कोई सांप सूंघ गया
क्या हो गया जो तुझसे उधार मांग लिया
हाँ हाँ मुझे याद है की पिछला भी उधार है
यार क्या करूँ तेरी भाभी कुछ बीमार है
सब जानता है साले तू फिर भी भूल गया
क्या हुआ ब्रो क्या तुझे कोई सांप सूंघ गया
क्या हो गया जो तुझसे उधार मांग लिया
गाड़ी का लोन खड़ा है आई फ़ोन लेना है
तेरे भतीजे को बर्थडे पर सरप्राइज देना है
सैलरी से भी साला कुछ एडवांस उठाया है
क्या करूं साली ने एनिवर्सरी पे बुलाया है
लोड बहुत है साला अपना दिमाग घूम गया
तुझे क्या हुआ ब्रो क्या कोई सांप सूंघ गया
क्या हो गया जो तुझसे उधार मांग लिया
भाई है तू चल तुझे हज़ार गुनाह माफ़ हैं
सिगरेट तो पिला क्या मांग ली जायदाद है
बचपन के यारी को तू साले कैसे भूल गया
क्या हुआ ब्रो क्या तुझे कोई सांप सूंघ गया
क्या हो गया जो तुझसे उधार मांग लिया
KYA HUA BRO…
चल रे मनुआ…
चल रे मनुआ मंदिर में
गला बेसुरा गाता होगा
गले और चिंघाड़ते होंगे
सरगम को गश आता होगा
रोता होगा हारमोनियम
सुर जब अश्क बहाता होगा
ढोलक घूंसे खाती होगी
मंजीरा शोर मचाता होगा
चल रे मनुआ मंदिर में
गला बेसुरा गाता होगा
गले और चिंघाड़ते होंगे
सरगम गश खाता होगा
पता नहीं मंदिर वाले
गवैये कहां से लाते हैं
एचआर कौन सिद्धांत
ये बुद्धिमान अपनाते हैं
पढ़ा लिखा मामूली जल्द
टीम लीडर बन जाता है
गला बेसुरा चीख चीख
संगीत महिम हो जाता है
सष्ठम सुर में भीड़ खुद
पंचम सुर में गाता होगा
देख समां जाकर कानों
की वैक्स पिघलाता होगा
चल रे मनुआ मंदिर में
गला बेसुरा गाता होगा
गले और चिंघाड़ते होंगे
सरगम को गश आता होगा
कचरा पड़ौसी
पानी मिले चाय मिले खाना मिले न मिले
ऐसा पड़ौसी लिल्लाह किसी को न मिले
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
बड़े स्टाइल से वो पन्नी उछालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
छज्जे कभी बालकनी से उछालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
कभी सब्जी के छिलके फैंकता है
कभी गंदे कपडे डालता है
कभी बच्चों के डायपर गिरा जाता
कभी मरे चूहे फेंक जाता
कभी कभी तो हद हो जाती है
कचरे में बीप बीप फेंक जाता
छत पर से पहले वो झांकता है
धीरे से पन्नी को उछालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
बड़े स्टाइल से वो पन्नी उछालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
छज्जे कभी बालकनी से उछालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
सड़ते कचरे से बदबू आती है
मच्छरों की चांदी हो जाती है
गाय, कुत्ते कचरा फैलाते हैं
नाक मुँह ढक कर पब्लिक जाती है
कभी निशाना उसका चुके तो
थैली खम्बे पर लटक जाती है
मगर उसको शर्म नहीं आती
नहीं कोई उसे संभालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
बड़े स्टाइल से वो पन्नी उछालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
छज्जे कभी बालकनी से उछालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
MCD आपके द्वार आती है
रोज़ कचरा लेकर के जाती है
मगर वह इंतजार नहीं करता
अपना कोई इंतज़ाम नहीं करता
बार बार बोल कर देख लिया
हाथ जोड़ ताने मार् कर देख लिया
पड़ोसियों से झगडे करता है
नाक में दम कर कर के डालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
बड़े स्टाइल से वो पन्नी उछालता है
छज्जे कभी बालकनी से उछालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
टूटी बोत्तल गीला कचरा
फूटे मटके सादे जूते
घिसी चप्पल बीप बीप बीप
सब कचरे में डालता है
बड़े स्टाइल से वो पन्नी उछालता है
मेरा पड़ौसी कचरा सड़क पे डालता है
वो कौन है
वो कौन है
दिल में प्यार की घंटी बजा देती है
दिमाग में रंगीन बत्ती जला देती है
उलटकर पलटकर धोकर सुखाकर
आपको वो आप ही से चुरा लेती है
थ्री पीस पहनने वाले इंसान को
हाफ-पैंट टी-शर्ट में ला देती है
डंका बजता है उसी के नाम का
बहती हवा उसी का नाम लेती है
अनजान आ जाती है आपके घर
आप ही की पहचान भुला देती है
आप जो हैं
आप जो होते थे कभी रॉबिनहुड
शहंशाहे कुंवारागढ़ खुद- ब-खुद
आज होंगे कोई बड़े अफसर
बिजनेसमैन या सरकारी नौकर
भँवरे थे फूल-फूल मंडराते थे
माय लाइफ माय रूल्स चलाते थे
हर दिन मौज यारों के संग मस्ती
अपन को चाहिए मंहगी या सस्ती
वो कौन है
कान में ऐसा कुछ कह जाती है
हर तरफ सिर्फ वो नज़र आती है
माँ बाप भाई बहन जानते होंगे
अलग अक्स उनका वो दिखाती है
हर मर्ज़ की वो दवा कर देती है
हस्ती को वो तो धूल चटा देती है
कीटनाशक दवा की तरह आपके
दोस्त जैसे हों कोकरेच भगा देती है
आप जो हैं
अपनी पहचान यूँ गंवाए जाते हैं
खुद से ही अनजान पाए जाते हैं
बैंक बैलेंस पर सांप थे उसको
शॉपिंग मॉल में उड़वाये जाते हैं
वो कौन है
आपकी पेंशन ग्रेचुटी पी-ऍफ़
घर सब नाम अपने करा लेती है
आपकी सैलरी से ही वो आपको
खर्चे के लिए पॉकेट मनी देती है
वो जो हर राज़फाश कर लेती है
आप नहीं जानते वो जान लेती है
इश्क़ की हर डायरी जला देती है
रुक्मिणी हर राधा की सजा देती है
दिन में चाँद-तारे रात में सूरज
वो आपको दिखाए चली जाती है
हर तीर को तरकश में सजाती है
सही वक्त पड़ने पर चलाती है
आप जो हैं
आप सफाई देते हुए रह जाते हैं
बेगुनाही की दलीलें देते जाते हैं
योर ऑनर अदालत में जनाब
मुज़रिम ही करार दिए जाते हैं
वो कोन है
ज़रा सुनना! कहकर वो आपको
रामू काका सरीखा बना देती है
कील लगाओ हथोड़ी थमा देती है
राशन ले आओ थैला थमा देती है
टेंशन देने को बिल थमा देती है
जुड़वा लाओ सैंडल थमा देती है
गाय की रोटी और यहाँ तक कि
कचरा भी आपसे फिकवा देती है
खुद जैसे महारानी बच्चे युवराज
वो आपको गुलाम बना देती है
वो कोन है
वो आपको हर मान सम्मान देती है
हर दर्द में वो साथ खड़ी मिलती है
पेट से दिल तक के रास्ते के लिए
घंटों गैस चूल्हे पर चढ़ी मिलती है
कमाती नहीं है वो मगर जादू से
बुरे वक्त में गुल्लक फोड़ देती है
धीमी-आंच पर रखी खीर जैसे
धीरे धीरे लज़ीज़ लगने लगती है
आपकी न हो जाए सांस आखिरी
वो हर सांस आपके लिए लेती है
पत्थर
गला चीखता जाता था
पत्थर गुम सहमा सा था
गले बाकी पीछे चिल्लाते
संग में ताल मिलाते जाते
बाजा था सष्ठम सुर पर
मानो मानेंगे जान लेकर
सनातन की ही दुहाई थी
रात नींद नहीं आयी थी
ढोलक और सुर की भद
कुल रात ही पिटती रही
एक नाम पुकारे जाते थे
कुछ जंतर फूंकते जाते थे
गले ने जब मिसरा गाया
बाकी गलों को जोश आया
भूत भागे पिशाच चकराए
चुड़ैलों ने भी ली अंगड़ाई
दुहाई हो दुहाई हो दुहाई
आवाज नेपथ्य से यूँ आई
देख रहा है उल्लू कहीं के
पड़े हैं मेरे प्राणों के पीछे
अपराध भी नहीं बताते हैं
थर्ड डिग्री बस दिए जाते हैं
कैसा मैं सर्वशक्तिमान हूँ
इनके खेलने का सम्मान हूँ
रोज़ दुकान ऐसे सजाते हैं
मेरे नाम पर खाये जाते हैं
मुझे बांधकर सारे बेसुरे
रोज़ यूँ ही सताए जाते हैं
जो अक्ल पर पत्थर पड़े हैं
गले सब मेरे गले पड़े हैं