घर बैठे काम चलेगा नहीं
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
ये सिस्टम ही कुछ ऐसा है
की तुझको करनी कमाई है
चिरकाल से दुनिया मर्द की
कमाई से पलती आई है
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
तू चाहे अफसर बन जा
चपरासी नौकर हो जा
ठेली लगा रिक्शा चला
चाय बेच या पकोड़े बना
हर हाल में मेरे शेर बच्चे
तुझे दो पाटों में पिसना है
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
बड़ा होगा तुझे ताना देंगे
घर से तुझे भगा देंगे चल
पैसे कमा और हमें खिला
घर खाट क्यों तोड़ता है
तू शर्मिंदा हो जाएगा
जा नौकरी कहीं बजायेगा
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
तेरे भरोसे खाते जाएंगे
सर पर हाथ फिरायेंगे
बैल जिस दिन बन जाएगा
तू कोल्हू में पिल जाएगा
वो कहेंगे कि कमाई ला
और ला जा और ले आ
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
खुली ऐश आज जो करता है
तू मर्द बलि का बकरा है
हर रोज़ तुझे वो काटेंगे
कहेंगे हम पर जान लुटा
तूने हुकम बजाय तो ठीक
वर्ना कहेंगे भाड़ में जा
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
एक दिन शादी कर देंगे
बीवी बन हुकम चलाएगी
कंधे से कन्धा मिलाने वाली
कमाई खुद पर लुटाएगी
बच्चे भी तुझको नोचेंगे
बापू पैसे ला और ले आ
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का है
सुख में तेरे साथ चलेंगे
दुःख में सब मुंह मोड़ेंगे
सांस फूलने लगेगी तेरी
बीपी शुगर ऊपर होंगे
अपना गबरू खून की
जांच कराता रह जाएगा
क्योंकि तू मर्द बच्चा है
तेरे वज़ूद के इर्द गिर्द
घूमता परिवार का चक्का