मेरे बचपन में तुझे छूना चाहता हूँ,
एक बार तेरे संग खेलना चाहता हूँ।
वो हँसी, वो खेल, वो नटखट बातें,
वो नटखट सपनों की सुन्दर रातें
उन सपनों में फिर से खोना चाहता हूँ,
एक बार तेरे संग खेलना चाहता हूँ।
वो बेफिक्र दिन, मासूम पल छिन
परियों की कहानी वो छुट्टी के दिन
बेफिक्र उन दिनों में डूबना चाहता हूँ।
एक बार तेरे संग खेलना चाहता हूँ।
जो हासिल किया है वो बेमोल है
तूने जो खुशियाँ दीं, वो अनमोल हैं,
छोटी खुशियों में खुश होना चाहता हूँ
एक बार तेरे संग खेलना चाहता हूँ।