खिचड़ी

डॉक्टर जी जरा नब्ज़ देख लो
बहुत परेशां हो गए हम
उल्टी चक्कर गैस उठत है
पेट में चल रहे कई सितम

डॉक्टर बोला जीभ दिखाओ
मुंह खोलो और बोलो कम
लक्षण बता रहे हैं तुमने
खाया है अड़गम सड़गम

मेरी सुनो डॉक्टर जी अपनी
तो खुराक है एकदम कम
मैंने तो नहीं खाया कुछ भी
ऐसा वैसा अड़गम सड़गम

दो रोटी कल घर खायी थी
फिर बाजार चले गए हम
हलवाई के यहाँ समोसे
तल रहे थे गरम गरम

तीखा बहुत था पर फिर भी
समोसे चार दबा गए हम
इतना ही बस खाया था
है ये कोई अड़गम सड़गम

आगे बढे तो रेहडी पर
बनते थे भठूरे नरम नरम
छोले स्वाद थे तो दो भटूरे
खड़े खड़े लील गए हम
इतना ही बस खाया था
है ये कोई अड़गम सड़गम

जरा दूर ही खस्ता जलेबी
देखी तो लालच खा गए हम
ज्यादा नहीं बस पाव जलेबी
मौके पर भकोस गए हम
इतना ही बस खाया था
है ये कोई अड़गम सड़गम

आगे गए कुछ दोस्त मिले
जिनसे शर्त लगा लिए हम
पचास रसगुल्ले हलवाई से
शर्त जीत गपक गए हम
इतना ही बस खाया था
है ये कोई अड़गम सड़गम

पेट में तो जगह शेष थी
खुद को ही समझा गए हम
कचोरियों की क्या खुशबू
एक लपेट घर आ गए
इतना ही बस खाया था
है ये कोई अड़गम सड़गम

डॉक्टर तब हंसकर बोला
भाई मुझे भी खालो तुम
ये दवाई लो और खाने
में खिचड़ी ले लेना तुम

पहलवान उठकर बोला
एक बात बताओ हुकम
खिचड़ी खाने से पहले या
फिर खाने के बाद लें हम

बड़े बुज़ुर्ग सही कह गए
मत खाओ अड़गम सड़गम
मत खाओ अड़गम सड़गम
मत खाओ अड़गम सड़गम
मत खाओ अड़गम सड़गम

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