भैया खाने के शौक़ीन हुआ करते थे
बॉडी का बहुत ध्यान रखा करते थे
लम्बे लम्बे बाल थे हृष्ट पुष्ट तन बदन
मछलियों की नुमाइश किया करते थे
शौकीन भैया ने मस्त टैटू गुदवाया था
पेट से छाती तक अजगर गुदवाया था
फुफकारते अजगर ने पूरे मोहल्ले में
अच्छे अच्छों को पसीना दिलाया था
फिर भैया एक रोज़ बीमार हो गए
कमज़ोर इतने कि लाचार हो गए
इधर भैया सूखे उधर अजगर भूखा
दोनों को ही सेहत के वांदे हो गए
लम्बे लम्बे बाल अब सब उड़ गए हैं
मछलियों के परिवार उजड़ गए हैं
समय चक्र अद्भुत कैसे घूमता है
टैटू अजगर केंचुआ बन घूमता है