चल रे मनुआ मंदिर में
गला बेसुरा गाता होगा
गले और चिंघाड़ते होंगे
सरगम को गश आता होगा
रोता होगा हारमोनियम
सुर जब अश्क बहाता होगा
ढोलक घूंसे खाती होगी
मंजीरा शोर मचाता होगा
चल रे मनुआ मंदिर में
गला बेसुरा गाता होगा
गले और चिंघाड़ते होंगे
सरगम गश खाता होगा
पता नहीं मंदिर वाले
गवैये कहां से लाते हैं
एचआर कौन सिद्धांत
ये बुद्धिमान अपनाते हैं
पढ़ा लिखा मामूली जल्द
टीम लीडर बन जाता है
गला बेसुरा चीख चीख
संगीत महिम हो जाता है
सष्ठम सुर में भीड़ खुद
पंचम सुर में गाता होगा
देख समां जाकर कानों
की वैक्स पिघलाता होगा
चल रे मनुआ मंदिर में
गला बेसुरा गाता होगा
गले और चिंघाड़ते होंगे
सरगम को गश आता होगा